वैज्ञानिकों की मानें तो बुरे सपने किसी भी अन्य सपने की तरह ही होते हैं। जो व्यक्ति के अस्तित्व को बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी होते हैं। ये सपने उन सभी आशंकाओं को मन से दूर करने में मदद करते हैं जिन्हें व्यक्ति अपने दिल के भीतर किसी कोनें में दबाकर रखता है। इसके अलावा ऐसी बातें जिन पर व्यक्ति बात करने से भी बचता है। बावजूद इसके इस तरह के डरावने सपने तब चिंता का विषय बनने लगते हैं जब ये रोज-रोज आकर व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगते हैं।
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सोने का एक समय तय करें: अपने सोने और उठने का समय तय करें ताकि शरीर को नियमित नींद मिले।
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सोने से पहले डरावनी फिल्में, क्राइम शो या नेगेटिव न्यूज देखना हमारे दिमाग पर सीधा असर डालता है। जब आप सोने से ठीक पहले ऐसे दृश्य देखते हैं, तो अवचेतन मस्तिष्क उन चित्रों को पकड़कर रात को दोबारा प्ले करता है, नतीजतन डरावने सपने आते हैं। इसलिए कहा जाता है कि सोने से पहले पॉजिटिव कंटेंट देखना या सुनना फायदेमंद होता है।
आपके दिमाग में वही सब घूमता रहता है इसलिए आपको भूतिया सपने आते हैं.
ये सपने तब आते हैं, जब आप या तो कोई भूतिया फिल्म देख लेते हैं.
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नींद का ध्यान रखें: दवाइयों के साथ-साथ अपनी नींद का ध्यान रखना भी जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप पूरी नींद ले रहे हैं, जिससे दवाओं का असर कम हो सके और आप बेहतर महसूस करें।
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नींद की कमी बुरे सपनों का एक महत्वपूर्ण कारण हो सकती है। जब हमें पूरी नींद नहीं मिलती, तो दिमाग का आराम ठीक से नहीं हो पाता और वह लगातार सक्रिय रहता है। इस कारण से हम सोते समय कई तरह के विचारों का सामना करते हैं, जो बाद में बुरे सपनों के रूप में हमारे सामने आते हैं। अगर हमारी नींद पूरी नहीं होती, तो दिमाग के अवचेतन हिस्से में उठती उथल-पुथल बुरे सपनों का कारण बन सकती inner peace है। इससे हमें रात में बार-बार डरावने सपने आते हैं, जिससे हमारा मन बेचैन और परेशान हो जाता है।
इंसानी दिमाग पर हुए स्टडीज में इस समस्या को लेकर कई बाते सामने आई हैं, जो बुरे व डरावने सपनों का कारण बनती हैं.
इसकी वजह से रात में उनकी नींद पूरी नहीं हो पाती है और उन्हें सोने से भी डर लगने लगता है. यह समस्या हद से ज्यादा होने पर भी लोग डॉक्टर के पास नहीं जाते हैं और इग्नोर कर देते हैं. हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो रोज रात में बुरे सपने आना सामान्य बात नहीं है. यह सेहत से जुड़ा संकेत हो सकता है.
Ashiwini Naik averred, “Anupamaa is genuinely a very good display and there was fantastic authenticity which I comprehensively loved.”